I.N.D.I.A की चौथी बैठक आज, तय हो सकता है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
सत्य खबर/नई दिल्ली:
I.N.D.I.A गठबंधन की चौथी बैठक आज यानी 19 नवंबर को दिल्ली के एक होटल में होगी. इसमें कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे. बैठक में सपा नेता अखिलेश यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और आरएलडी के जयंत चौधरी मौजूद रहेंगे.
हमारे पास प्रधानमंत्री पद के लिए बहुत सारे चेहरे हैं, यह कहना कि पसंद तो पसंद है, सिर्फ मन बहलाने की सोच है। भारत गठबंधन को एक संयोजक की जरूरत है, एक चेहरे की जरूरत है. 19 तारीख की बैठक में फैसला लेना होगा और उसके बाद ही अगला कदम उठाना होगा. 2024 के लिए भारत गठबंधन का चेहरा कौन है? मोदी के सामने कौन है? इन सभी सवालों का जवाब देना होगा.
सामना ने लिखा- कांग्रेस जीत का केक अकेले खाना चाहती है
बैठक से पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया, ”पांच राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस भारत नहीं, बल्कि तीन राज्य हार गई. कांग्रेस जीत का केक अकेले खाना चाहती थी, इसलिए राज्य की छोटी पार्टियों को गठबंधन से दूर रखा गया.” मध्य प्रदेश में जानबूझ कर अखिलेश यादव को दूर रखा गया.”
अब कहा जा रहा है कि जहां कांग्रेस अपने दम पर जीतने की क्षमता रखती है, वहां वह किसी और को साथ लेने को तैयार नहीं है और अपने अहंकार के साथ-साथ भारत को भी नुकसान पहुंचा रही है.
लेख में कांग्रेस को सलाह- गठबंधन की अहमियत समझें
”कांग्रेस को गठबंधन की अहमियत समझनी चाहिए. यह अच्छी बात है कि कांग्रेस ने इस बैठक की शुरुआत की, लेकिन यह देखना अहम होगा कि कांग्रेस के निमंत्रण का सम्मान करते हुए कितनी बारातें और कितने बैंड वाले जुटते हैं. अरविंद केजरीवाल की पार्टी के कई नेता हैं नेता जेल में हैं, इसलिए कांग्रेस को बड़े भाई के रूप में आगे आना चाहिए और साहस दिखाना चाहिए।” दिल्ली में अब सिर्फ इकट्ठा होने, लंच करने और सबके हाथ पोंछकर घर जाने की व्यवस्था में सुधार होना चाहिए.
इसमें पांच राज्यों के चुनाव नतीजों और सीट बंटवारे पर चर्चा होगी.
इस बैठक में पांच राज्यों के चुनाव नतीजों पर चर्चा संभव है. वहीं, विपक्षी दलों के बीच लोकसभा चुनाव की रणनीति और सीट बंटवारे पर भी चर्चा हो सकती है. कांग्रेस के लिए सीट शेयरिंग सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है, क्योंकि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद ममता ने शीट शेयरिंग पर सवाल उठाए थे. 18 दिसंबर की बैठक में 78 सांसदों के निलंबन पर भी चर्चा हो सकती है.